भाव के विषय में जो लिखा है, वह सही है। भावनाओं पर ही, मनुष्य का जीवन चलता है; इसी लिए अच्छे भाव रखेंगे; तभी जीवन भविष्य में उज्ज्वल होगा । Reply
सही; मालदार, तो भावों से ही होते हैं । दुकानदार, भावों (rates) से, हम सब भी, भावों (परिणामों) से । Reply
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भाव के विषय में जो लिखा है, वह सही है। भावनाओं पर ही, मनुष्य का जीवन चलता है; इसी लिए अच्छे भाव रखेंगे; तभी जीवन भविष्य में उज्ज्वल होगा ।
Can its meaning in the spiritual context be explained please?
आध्यात्मिक क्षेत्र में “माल” यानी धार्मिक क्रियाएँ,
भाव तो भावना है ही ।
Lekin, dukandaar ke context mein, “bhaav” ka meaning “price/value” se hai,right?
सही;
मालदार, तो भावों से ही होते हैं ।
दुकानदार, भावों (rates) से,
हम सब भी, भावों (परिणामों) से ।
Okay.