महत्वपूर्ण मुकाम
एक मुकाम जिंदगी में ऐसा भी आता है,
“क्या भूलना है” बस यही याद रह जाता है ।
(सुरेश)
और यह जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण मुकाम होता है,
मेरी जिंदगी में आ चुका है,
भूलने में प्रयत्नरत भी हूँ ।
एक मुकाम जिंदगी में ऐसा भी आता है,
“क्या भूलना है” बस यही याद रह जाता है ।
(सुरेश)
और यह जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण मुकाम होता है,
मेरी जिंदगी में आ चुका है,
भूलने में प्रयत्नरत भी हूँ ।
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि जीवन में महत्वपूर्ण स्थान मरण का होता है। मनुष्य इसी में लगा रहता है कि क्या भूलना है,इसी सोच में लगा रहता है। जीव धर्म से जुड़ता है तभी उसको कर्म सिद्धांत पर विश्वास कर अपनी आत्महित के कल्याण की सोचता है, इसमें अपनी बुराईयां को छोड़ते रहना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है ।