शिक्षा-सूत्र
शिष्यों को – यदि कल्याण करना चाहते हो तो मात्र दो चीजें करना –
1. स्वयं तो गलती करना नहीं।
2. दूसरों की देखना नहीं।
बस इतनी साधना पर्याप्त है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
शिष्यों को – यदि कल्याण करना चाहते हो तो मात्र दो चीजें करना –
1. स्वयं तो गलती करना नहीं।
2. दूसरों की देखना नहीं।
बस इतनी साधना पर्याप्त है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि शिक्षा सूत्र के लिए दो मात्र चीजें करना आवश्यक है, स्वयं तो गलती नहीं करना चाहिए,बस दूसरों को देखना नहीं। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि साधना के लिए अपनी आत्मा में रमना चाहिए,आत्महित का सोचना चाहिए, जबकि दूसरों से मोह नहीं रखना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।