While the meaning of the first 2 paragraphs are clear, can the meaning of the 3rd one be explained please? Reply
निराकार का भी आकार होता है (eg सिध्द), तथा साकार को भी निराकार कहा जा सकता है (eg शरीर की नश्वरता की अपेक्षा) एकांत बुध्दि वाले “मैं”(अहम्) की बहुलता से किसी को साकार ही या निराकार ही कहते/मानते हैं । Reply
Suresh Chandra Jain Sabhi ki aatma nirakar hee hoti hai; usko janana hi dharma ki aur jane ka raasta hai. Reply
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While the meaning of the first 2 paragraphs are clear, can the meaning of the 3rd one be explained please?
निराकार का भी आकार होता है (eg सिध्द),
तथा
साकार को भी निराकार कहा जा सकता है
(eg शरीर की नश्वरता की अपेक्षा)
एकांत बुध्दि वाले “मैं”(अहम्) की बहुलता से किसी को साकार ही या निराकार ही कहते/मानते हैं ।
Suresh Chandra Jain
Sabhi ki aatma nirakar hee hoti hai; usko janana hi dharma ki aur jane ka raasta hai.
Okay.