100 इंद्र
40 भवनवासी + 24 कल्पवासी + 32 व्यंतर + 1 सूर्य +1 चंद्र + 1 चक्रवर्ती + 1 शेर ।
प्रश्न → जब देवों के 40 आदि सब इंद लिये तो चक्रवर्ती भी तो ढ़ाई लोक में बहुत होते हैं, सब क्यों नहीं लिये ?
अंजु- कोटा
एक क्षेत्र के तीर्थंकर के समवसरण में इंद्र तो सब आते हैं पर दूसरे क्षेत्रों के चक्रवर्ती नहीं आ सकते।
चिंतन
7 Responses
100 इंद़ का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है।
‘सूर्य’ aur ‘चंद्र’ ka status kya equal hota hai ?
अपने-अपने क्षेत्र के वे इंद्र/ नम्बर वन हैं पर दूसरों से तुलना नहीं कर सकते।
Okay.
दूसरे क्षेत्रों के शेर भी नहीं आ सकते ?
एक क्षेत्र में एक शेर का ही राज्य चलता है, दूसरे शेरों को घुसने भी नहीं देता।
My doubt is now clarified.