Day: December 13, 2010
अपना घर
December 13, 2010
नई नई आंखें हों, तो हर मंजर अच्छा लगता है, कुछ दिन शहर में घूमे, लेकिन अब घर अच्छा लगता है ।
परिषह-जय
December 13, 2010
परिषह = सब ओर से, परिषह-जय – सब ओर से सहना । प्रतिकूल परिस्थितियों में अनुकूल महसूस करना, इससे कर्मों का संवर और निर्जरा होती
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