Month: October 2011

अतिथि

जिसकी आने की तिथि निश्चित नहीं, ऐसे मेहमान के आने पर आप घबराते हैं, दु:खी होते हैं ? या उनका स्वागत करते हैं ? मृत्यु

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Today

T – This is an O – Opportunity to D – Do A – A work better than Y – Yesterday (Ms. Rishika – Guwahati)

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Worry

If you can solve the problem, then what is the need of worrying ? If you can not solve it, then what is the use

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फालतु

जो बातें/चीजें , बचपन/अज्ञानता में फालतु लगती थीं, बड़े होने/ज्ञान आने पर बहुत important लगने लगती हैं और जो पहले important लगती थीं, वो फालतु

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संसार

जंगल (संसार) में सपेरे बीन लिये बैठे हैं, पर हम और भी महान, दुरबीन लिये बैठे हैं । (श्री मेहुल)

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Simplicity

Living is very simple, Laughing too is simple, Winning is also simple, But being “simple” is very difficult. (Mr. Sanjay)

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देव/शास्त्र/गुरु

देव, शास्त्र, गुरु को जिन्होंने अपना मालिक बना लिया है, उनके जीवन में कर्म चोर, मालिक को देखकर भाग जाते हैं । मुनि श्री सौरभसागर

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मिश्र गुणस्थान

मिश्र गुणस्थान वाला जब सम्यक्त्त्व प्राप्त करता है तो क्षयोपशम ही प्राप्त करता है, उपशम नहीं । पं रतनचन्द्रजी मुख्तार –  व्य. कृ -114

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स्वर्गवास

हमारे श्रद्धेय श्री आर. बी. गर्ग (इस साईट के प्रशंसक तथा नियमित item और comments देने वाले ) 19 सितम्बर को इस संसार को छोड़

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Effort

A stone is broken by the last stroke of hammer. It does not mean that the first stroke is useless !… Success is a result

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मंगल आशीष

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October 21, 2011

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