Month: October 2011

एकता

एक ऊँगली से चखा तो जा सकता है, पर पेट भरने के लिये तो पाँचों ऊँगलियों का प्रयोग करना होगा । मुनि श्री सौरभसागर जी

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भविष्य

हम जिस तरह आज जीते हैं, उसी तरह आगे के जीने के लिये भी हम तैयारी कर लेते हैं । (इस जन्म में तथा अगले

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Truth

Hurt me with the truth, but never comfort me with a lie… (Dr. Sudheer )

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मूर्ख/मूढ़

मूर्ख – एक गलती एक बार करे, मूढ़ – एक गलती बार बार करे । श्री लालमणी भाई

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अहिंसा

अहिंसा घावों पर मलहम लगाना है । हिंसा घावों को कुरेदना है ।

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Prayer

Prayer is a free outgoing call to God – No battery, No Charging, No Network Problem, always strong signals & endless talk time. So use

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आगमन

आगमन में ही ‘गमन‘ छुपा है, जन्म के समय ही मृत्यु निश्चित हो जाती है, सृजन के साथ विसर्जन अवश्यम्भावी है, ये नियम नहीं बदलते,

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भक्त

मेघगर्जन सुनकर मयूर नाचने लगता है, ऐसे ही भक्त भगवान का नाम सुनकर झूमने लगता है । मुनि श्री सौरभसागर जी

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Revenge

Live well and happily, It is the best revenge to those who have cheated you & avoided you. (Mr. Dharmendra)

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जम्बूद्वीप

जम्बूद्वीप का नाम उत्तरकुरू में स्थित जम्बूवृक्ष से पड़ा है । यह वृक्ष अकृत्रिम, पृथ्वीकाय है । तत्वार्थसूत्र टीका – श्री शांतिलाल जी

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मंगल आशीष

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