Month: December 2011
बेईमानी
व्यवहार में, बेईमानी आटे में नमक के बराबर तो समाज झेल लेता है, पर नमक में आटा नहीं गुथ सकता, नहीं चलता है । श्री
उपयोग
शुद्धोपयोग भी केवलज्ञान की अपेक्षा से अशुद्धोपयोग है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
मोक्ष प्राप्ति में देरी
दो बच्चे देर से स्कूल पहुँचे, शिक्षक के देर से आने का कारण पूछने पर एक बच्चे ने बताया कि – उसका 1 रूपये का सिक्का
Strength
Fight with your STRENGTH, not with others WEAKNESS, Because true success lies in your EFFORTS and not in others DEFEAT. Late Shri R. B. Garg
विकृतियां
ठंड़ी हवा के लिये खिड़की खोलोगे तो , मक्खी मच्छर तो आयेंगे ही । श्री सौरभ जैन – नोयड़ा (जमाने की सुहावनी हवा लोगे, तो समाज
ध्यान
ध्यान तो अशुद्ध दशा में ही होता है, ध्येय की प्राप्ति शुद्ध अवस्था में होती है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
सकारात्मकता
जब लगे कि – सब दरवाजे बंद हो गये हैं, तब सोचना – बाहर तूफान आ रहा होगा, मेरे लिये यही safe है । (सुश्री
संग्रह/लिप्सा
संग्रह लोभ से करते हैं, लिप्सा अति लोभ से करते हैं । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
मुनि श्री क्षमासागर जी के प्रवचन
पूज्य गुरूवर मुनि श्री के मंगल प्रवचन जिनवाणी चैनल पर प्रात: 10.30 बजे, सायं 5:25बजे एवं रात 9.15 प्रसारित हो रहे हैं । मंगल प्रवचन सुनकर
Recent Comments