Month: February 2012
वैराग्य
मुंबई की श्रीमति मोहनाबाई दोषी (75 वर्षीय) ट्रेन से बाहर जा रहीं थीं, स्टेशन पर उनकी आवाज बंद हो गई । बच्चे अस्पताल ले गये
विभंग ज्ञान
अपर्याप्तक अवस्था में विभंग ज्ञान नहीं रहता । इसे लेकर अगले भव में नहीं जा सकते । श्री रतनचंद्र मुख्तार जी – 276
श्रद्धांजलि
आगरा के श्री सतेंद्र कुमार जैन के निधन पर उनके भानजे श्री सौरभ की श्रद्धांजलि – “वे कभी किसी कीर्तिमान के पीछे नहीं रहे इसलिये
Alive/Death
The real question is not whether life exists after death… The real question is whether you are ALIVE before DEATH. (Dr. Sudheer)
प्रतिभा
मोर के बच्चे चितकबरे ही पैदा होते हैं । दूसरे बच्चों पर spot ड़ाल कर उन्हें मोर नहीं बनाया जा सकता । श्री सौरभ
Friendship
Whom do you love the most! Yourself ? If yes, why are you after others ? By doing so, in the long run, you will
Life & Time
LIFE and TIME are the two great teachers and complementary to each other….. LIFE teaches you the use of TIME, And TIME teaches you the
धर्मात्मा
जो मंदिर हंसते हुये जाता है, और रोते हुये मंदिर से लौटता है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
दृष्टि
वस्तु/व्यक्ति, “बाजा” है जो अच्छा या बुरा नहीं होता, उससे निकली “ध्वनि” , दृष्टि है जो शुभ और अशुभ होती है । इसी बाजे से
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