Day: August 23, 2012
भाव निर्जरा
August 23, 2012
भाव निर्जरा में सविपाक, अविपाक भेद नहीं होते । पं.रतनलाल बैनाड़ा जी
विश्वास
August 23, 2012
कीमती सूट का कपड़ा दर्जी को देते समय विश्वास करते हो ना ! तो गुरू/भगवान पर क्यों नहीं कर सकते ? आर्यिका श्री सोहार्दमति माताजी
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