Month: December 2012
सब्र/सच्चाई
सब्र और सच्चाई एक ऐसी सवारी है, जो अपने सवार को कभी गिरने नहीं देती, ना किसी के कदमों में और ना किसी की नज़रों
Quality of Life
Life is not qualified by the branded clothes you wear or fluency of english you speak. It is measured by the number of people who
श्रद्धा
सागर असीम है पर हमें उतना ही पानी मिलता है, जितनी हमारी हथेली है, ईश्वर की कृपा भी असीम है, पर उतनी ही मिलेगी जितनी
ज्ञान/धर्म
ज्ञान धर्म के लिये है, धर्म ज्ञान के लिये नहीं । आचार्य श्री विद्यासागर जी
सम्यग्दर्शन
सम्यग्दर्शन को पाने के लिये जो प्रयास किया जाता है उसे चारित्र कहेंगे या सम्यग्दर्शन स्वत: प्रकट होता है ? बिना कारण के कोई कार्य
Happiness
Sometimes…. You have to pretend that you are happy & fine… Until you realize that your pretensions have become your STRENGTH to move on….! (Mr.
सुख / शांति
जितनी उपेक्षा करोगे उतनी सुख,शांति पाओगे । इसका अर्थ यह नहीं कि घर वालों से संबंध ही छोड़ दें, उनसे बस मोह कम कर दें/
मुस्कराहट
मुस्कराहट वो हीरा है, जिसे आप बिना खरीदे पहन सकते हैं, और जब तक ये हीरा आपके पास है, आपको सुंदर दिखने के लिये किसी
Mildness
A soft nature of a person doesn’t imply his weakness.. Remember nothing is softer than water, But it’s force can break the strength of rocks…
कर्तव्य/मज़े
जीवन मज़े के लिये नहीं, कर्तव्य पूरे करने के लिये है । यह दूसरी बात है कि कर्तव्य पूरे करने वाले को ही असली मज़े आते हैं
Recent Comments