Month: May 2013
Problem
Problem is just the distance between expectation & reality, therefore either change the expectation or accept the reality, and the problem Is No More. (Mr.
बुरा समय
जीवन में विपत्ति आये तो आपत्ति मत कीजिये, क्योंकि दूध फटने पर वो ही लोग उदास होते हैं जिन्हें पनीर बनाना नहीं आता । (ड़ॉ.
मंज़िल
रास्ते कहां खत्म होते हैं ज़िंदगी के सफ़र में, मंज़िल तो वही है जहां ख़्वाइशें थम जायें । (श्री धर्मेंद्र)
Silence
No sound in this world can be more louder then silence… If any one can understand your silence they can never misunderstand your words. (Dr. S. M.
पूजापाठ
बिना भावना के पूजापाठ एक Mechanical क्रिया है, जिसमें सिर्फ मशीन घिसती रहती है, Production बहुत कम । चिंतन
विग्रहगति में दर्शन
इसमें तीन दर्शन होते हैं (कार्मण काय योग में चारों), पर चक्षु दर्शन का उपयोग नहीं होता, सिर्फ सत्ता में रहता है/क्षयोपशम होता है ।
धर्म
धर्म स्वर्ग पाने के लिये नहीं जीवन को स्वर्ग बनाने के लिये होता है । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
Personality
If you have a “Magnetic” personality and yet people don’t get attracted to you. It’s not your fault !! They have “Iron” deficiency in their
नश्वरता
जीवन बीमा तो युवावस्था में ही करा लेते हैं, पर धर्मध्यान बुढ़ापे के लिये छोड़ देते हैं ! संसार के मापादंड़ अलग है, परमार्थ के
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