Month: March 2015

Respect

Give same respect what you deserve, to even those who don’t deserve it. Because it will be the respect to your character.

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अंतरध्वनि

सबकी प्रथम गुरु आत्मा है । उसकी अंतरध्वनि को सुनना वरना वह सो जायेगी । यदि पहले से सोई हो तो ? उसे जगाओ ।

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क्षमा-दिवस

इस साईट के प्रणेता- गुरूवर मुनि श्री क्षमासागर जी महाराज का आज समाधिमरण हो गया । पूज्य मुनि श्री ने पिछले दो दिनों से आहार

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संघर्ष

संघर्ष को यदि इस द्रष्टि से देखें- “संग+हर्ष” तो जीवन हर्षमय हो जायेगा। (संजय)

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महनत

विध्यार्थीयों के दो समूहों में Clay के सुंदर बर्तन बनाने की प्रतिस्पर्धा करायी गयी। जीतने वाले समूह के बर्तन सुंदर ही नहीं, संख्या में भी

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भाव

संख्या कि अपेक्षा – औपशमिक भाव सबसे पहले इसीलिये लिया क्योंकि धर्म की शुरुआत इसी से होती है (4 से 11 गुणस्थान) 2. क्षायिक (4

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Royal/Loyal

Don’t get attached to those who have achieved great heights, love those who will hold you when you will fall down from that height. Loyal

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सुखी/दुखी

खुश रहने वाले व्यक्ति को हर व्यक्ति अपने करीब रखना चाहता है। आँसुओं को तो खुद की आँखें भी जगह नहीं देतीं।

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क्षमा

अंगारा तभी जला सकता है जब हम उसे अपने सम्पर्क में आने दें। उसकी ज्वलनशीलता तब समाप्त हो जाती है जब वह क्षमा रूपी जल

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मंगल आशीष

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March 15, 2015