Month: May 2015
दौलत
May 4, 2015
डोर लम्बी होने का मतलब यह नहीं कि पतंग ऊपर जायेगी ही, उड़ाने का तरीका आना चाहिए । दौलत ज्यादा का मतलब सफलता नहीं, जीने
किरदार
May 3, 2015
कद्र तो किरदार की होती है, वरना…. कद में तो साया भी इंसान से बढ़ा होता है । (तुषार)
उपशम भाव/चारित्र
May 2, 2015
कषायों की मंदता से 4 गुणस्थान से, उपशम चारित्र – 8-10 गुणस्थान में । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
कर्मफल
May 1, 2015
3-4 उपवास के बाद भी उल्टी में साबुत चावल निकलते देखे जाते हैं । पुराने पुण्य/पाप यदि पच न पायें, तो अगले जन्मों में फल
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