Day: June 2, 2015
जीवन
June 2, 2015
जीवन एक दर्पण है, यदि तुम मुस्कराओगे तो वह भी मुस्करायेगा। (दिव्या-लंदन)
कषाय – बंध/उदय
June 2, 2015
बंध तो 4 कषायों तक का एक साथ हो सकता है, पर उदय एक-एक का । मुनि श्री कुंथुसागर जी
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