Month: July 2015
गुरुपूर्णिमा
गुरुपूर्णिमा के लिए इतना ही लिखूंगा। ( गुरु+पूर्ण+माँ ) अर्थात सर्वप्रथम माँ ही पूर्ण गुरु है और तत्पश्चात केवल गुरु ही पूर्ण माँ है ।
कषाय समुद्घात
इसमें घात करने के भाव भी हो जाते हैं । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
अहंकार
इसकी तासीर होती है कि खुद को तो ऊपर उठाता है, और व्यक्ति को नीचे गिराता है । महाभारत
कमाल का कलाम
मिसाइलमैन को हार्दिक श्रद्धांजलि *RIP = Return If Possible (Dharmendra) *धर्म को अकेला छोड़ विज्ञान चले गए। सबके प्यारे अब्दुल कलाम चले गए।। (दिव्या –
संतोष
संतोष में पीड़ा की समाप्ति, असंतोष में पीड़ा की निरंतरता रहती है । मुनि श्री कुंथुसागर जी
Valuable
It’s good to have money and the things that money can buy, but it’s good to check up once a while and make sure that
कर्म
हीरों से जड़ा सोने का आभूषण, हीरे का कहलाता है। सोने जैसी काया में, शुभ/धार्मिक कर्म रूपी हीरा जड़ जाने से, उसमें निखार आजाता है / उसका महत्व
क्रोध
बर्फ से पूछा – आप हमेशा ठंडी क्यों रहती हो ? बर्फ – मैं बड़ी महनत करके पानी से बनी , गरम हुई तो फिर
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