Month: November 2016
मौन / मुस्कान
November 21, 2016
दूसरे को मुस्कान देने के लिये मौन तोड़ लें, जब दूसरे की मुस्कान कम होने लगे तो मौन ले लें ।
पर
November 20, 2016
जब तक पड़ोसी को पड़ोसी नहीं मानोगे, अपने को अपना नहीं मान पाओगे । डॉ. एस. एम. जैन
तराज़ू
November 18, 2016
सगा वो… जिसके पास तराज़ू (लाभ/ हानि की) ना हो । (सुरेश) सगा वो… जिसके पास तराज़ू (न्याय की) हो ।
सर्वश्रेष्ठ
November 16, 2016
हीरो बनने से पहले ज़ीरो बनना ज़रूरी है । क्षु. श्री ध्यानसागर जी
पाप/पुण्य फल
November 16, 2016
किसी का पुण्य प्रबल है तो आसपास के जीवों के पुण्य की उदीरणा में निमित्त बनता है, पाप पाप की उदीरणा में । ऐसे ही
सम्रद्धि
November 15, 2016
जो कमाने के साथ दान भी करना जानते हैं, उनके ही सम्रद्धि टिकती है ।
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