Day: December 18, 2016
संसार / मुक्ति
December 18, 2016
घोंसला बनाने में कुछ यूँ मशग़ूल हो गए….. उड़ने को पंख थे हम ये भी भूल गए……….! (धर्मेंद्र)
घोंसला बनाने में कुछ यूँ मशग़ूल हो गए….. उड़ने को पंख थे हम ये भी भूल गए……….! (धर्मेंद्र)
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