Month: March 2018

दीक्षा की योग्यता

उच्चवर्ण (3), आरोग्य, तप की क्षमता, अतिवृद्ध/बाल नहीं, दुराचारादि अपवाद रहित होना चाहिये । प्रवचनसार (व्य.कृ. – 2/826)

Read More »

मोह

जल और मोह जहाँ गहरा होता है, बहाव उधर ही हो जाता है/वहीं ठहर जाता है, ठहरने से सड़ने लगता है । खुद का तथा

Read More »

दान

महाराणा प्रताप ने जंगल में घास की चार रोटियाँ बनायीं, तीन कोई जानवर उठा ले गया । चौथी रोटी दान की थी, बच्चा तक भूखा

Read More »

ऐरावत हाथी

एक लाख योजन, पर छोटा योजन (4 कोस का), जम्बूद्वीप भी एक लाख, पर बड़ा योजन (2000 कोस का) । पाठशाला

Read More »

संसार और वैराग्य

संसार में असंतुष्ट प्राणी वैराग्य लेने के बाद भी उन चीजों को पाने में लग जायेगा, जिनकी कमी वह संसार में अनुभव करता था ।

Read More »

मरण में सूतक

जन्म में सूतक संसार बढ़ने से, मरण में रोने से संसार बढ़ा, इसलिये । मुनि श्री सुधासागर जी

Read More »

उपकार

जलेबी सिर्फ़ मीठी ही नहीं, एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती है। खुद कितने भी उलझे रहो, पर दूसरों को हमेशा मिठास दो । (नितिन-देहली)

Read More »

त्रियंचों की संख्या

मायाचारी बढ़ रही है पर त्रियंचों की संख्या घट रही है, ऐसा क्यों ? आजकल की मायाचारी भी बहुत घटिया किस्म  की होती है इसलिये

Read More »

Enemy

You have ENEMIES ? Good, That means you’ve stood up for something, sometime in your life. ☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆ लेटे हुए बच्चे का तो डाकू भी दुश्मन

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

March 15, 2018