Month: March 2018
संसार
5 छिद्रों वाले घड़े को कैसे भरेंगे ? गुरु ने मुस्कान के साथ उत्तर दिया -पानी में ही डूबा रहने दो ;भरा ही रहेगा !
उपाय / उपेय
उपाय = कारण – मोक्ष के लिये रत्नत्रय उपेय = कार्य (मोक्ष) । मुनि श्री सुधासागर जी
वैराग्य
यह सत्य पाने से नहीं, असत्य को पहचानने से होता है । सत्य तो आत्मानुभूति (केवलज्ञान) होने पर प्राप्त होता है ।
नये शास्त्रों का शुद्धिकरण
उन पर स्वास्तिक बना दें । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
प्रार्थना / विनय
प्रार्थना – गुणों का गान, विनय – गुणों का बहुमान/अपने में लेने के भाव ।
उपयोग
शुभोपयोग – ज्वार/बाजरे का व्यापार, शुद्धोपयोग – हीरे जवाहारात का व्यापार, कम समय में ज्यादा फायदा । मुनि श्री समय सागर जी
प्रशंसा / आलोचना
मीठा मीठा सुनोगे तो सुगर बढ़ जायेगी, करेला/मिर्ची खाओगे तो घट जायेगी (विष से ही विष कटता है) । आचार्य श्री विद्यासागर जी
आहार में बीज
वैसे तो सूखा बीज अचित्त है, पर मुन्नके/फलादि के बीज मुँह में आने पर अंतराय मानते हैं – शोधन सही ना होने की वजह से ।
ऊँचाइयाँ
कद बढ़ा नहीं करते , ऐड़ियां उठाने से, ऊँचाइयाँ तो मिलती हैं, सर झुकाने से ! (सुरेश)
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