Month: August 2018

रक्षाबंधन

ऐसा बंधन कि जिसमें बंधते ही, बांधने वाला वंदनीय हो जाता है । श्री विष्णु मुनि राग के बंधन में इसलिये बंधे ताकि 700 साधू

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विषय / विकार

विषय मेरे वश में हैं, त्यागे जा सकते हैं, विकार मेरे वश में नहीं, जागा जा सकता है ।

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गर्भ-गृह

गर्भ-गृह सिर्फ जन्म लेने का स्थान ही नहीं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का ऑरिगिन स्थल को भी कहते हैं, जैसे मंदिर का गर्भ-गृह । मुनि श्री

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आकुलता

आकुलता व्याकुलता कर्मोदय से नहीं, पुरूषार्थ की कमी से होती है ।

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क्षीरसागर

क्षीरसागर का जल दूध नहीं होता, उसमें दूध जैसे गुण होते हैं, है तो प्रासुक जल ही । मुनि श्री सुधासागर जी

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भय

भय की जननी नकारात्मकता है । चिंतन

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बंध / कर्मक्षय

10 वें गुणस्थान में मोहनीय का क्षय हो रहा है पर बाकी ३ घातिया कर्मों का बंध भी हो रहा है । मुनि श्री सुधासागर

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धर्म

धर्म की प्राचीनता से ज्यादा महत्वपूर्ण उसकी उपयोगिता है । जैसे जैन धर्म प्राचीनता के साथ साथ सर्वलोक तथा सर्वश्रेष्ठ पद पर पहुंचाता है ।

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दान

दान दिया नहीं जाता, बोया जाता है । मुनि श्री सुधासागर जी

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मंगल आशीष

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August 26, 2018