Day: October 18, 2018
सल्लेखना और दीक्षा
October 18, 2018
गृहस्थ की सल्लेखना के अंत में दीक्षा विधिवत होनी चाहिये तथा केशलोंच, आहार कम से कम एक बार हो तभी मुनि संज्ञा दी जानी चाहिऐ
भाग्य / पुरुषार्थ
October 18, 2018
माचिस मिलना भाग्य, उससे आग लगाना या दीप जलाना पुरुषार्थ ।
Recent Comments