Day: October 20, 2018
प्रायश्चित / प्रत्याख्यान
October 20, 2018
प्रायश्चित की सार्थकता प्रतिक्रमण/ प्रत्याख्यान के साथ ही होती है, वरना गलती करते जाओ और प्रायश्चित लेते जाओ। मुनि श्री प्रमाणसागर जी
धर्मात्मा
October 20, 2018
जो देश/ समाज/ परिवार/ शरीर की बाधाओं के रहते हुये भी धर्म करने की राह निकाल ही ले , कृत से ना कर सके तो
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