Day: December 9, 2018
आर्त/रौद्र ध्यान
December 9, 2018
ज्ञान की एकाग्रता को ध्यान कहते हैं । हमारा ज्ञान क्षयोपशमिक है । इसलिये ये “ध्यान” क्षयोपशमिक भाव हुये । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
प्रेम / वासना
December 9, 2018
जो सम्बधियों से सम्बंध तुड़वाने में निमित्त बने, वह वासना; जो सम्बंधों को बढ़ाये/द्रढ़ करे वह प्रेम ।
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