Month: January 2019
ऐलियन
जैन धर्मानुसार जो विद्याधर हैं, हो सकता है उन्हें ही ऐलियन कहा जा रहा हो । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
चाहना
जिसे चाहो, उससे कुछ मत चाहो । (ललित) जिससे चाहते हो, उसे चाहते नहीं हो । चिंतन
केवली के मनोयोग
केवली के मनोयोग द्रव-मन से ही होता है । भाव-मन के अभाव के कारण मनोयोग को उपचार से माना है । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
स्वावलम्बन
डाली से गिरते हुए पत्तों ने क्या खूब कहा कि… अगर “बोझ बन जाओगे तो अपने ही तुम्हें गिरा देंगे” 💐💐 डॉ एस.एम.जैन 💐💐
पंचमकाल / सम्यग्दर्शन
सम्यग्दृष्टि पंचमकाल में पैदा क्यों नहीं होते ? क्योंकि सम्यग्दर्शन लेकर आने वाले के वज्रवृषभनाराच संहनन होता है, पर पंचमकाल में तीन हीन संहनन ही
Soft words
Hard words cannot touch any soft heart, but soft words can touch any hard heart. So speak softly and win the world….💫 🙏🏻 Suresh 😊
मरण / सूतक
सूतक दाह-संस्कार के दिन से गिना जाता है । मरण के बाद 6 घंटे से ज्यादा नहीं रखना चाहिये पर रात्रि में संस्कार नहीं करते
ज़हर
ज़हर भी अपना हिसाब ज़रा अलग रखता है, साहेब ! मरने के लिए ज़रा सा और जीने के लिए बहुत सारा पीना पड़ता है ।
वेदनीय स्थिति
वेदनीय की जघन्य स्थिति 12 मुहूर्त – तत्वार्थ सूत्र – 8/18 तो 13वें गुणस्थान में 1 समय कैसे ? 12 मुहूर्त साम्प्राय-आश्रव की अपेक्षा कहा
Recent Comments