Month: April 2019
स्त्री पर्याय
स्त्री पर्याय मायाचारी से मिलती है तो छूट सकती है माताचारी से/ मातृत्व Develop करने से । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
कर्म-सिद्धांत
कर्म-सिद्धांत के दो महत्वपूर्ण/उपयोगी पहलू – 1. मेरे वर्तमान की जिम्मेदारी सिर्फ मेरी है । 2. अपने भविष्य को बनाना/बिगाड़ना मेरे हाथ में है ।
सम्यग्दर्शन और चारित्र
पैर में Defect होने पर चाल लचकदार हो जाती है । सम्यग्दर्शन में दोष/लचक आने पर उसकी चर्या भी लचकदार (शिथिल) हो जाती है ।
मतिज्ञान
मतिज्ञान प्राय: अकेला नहीं होता क्योंकि अकेले का कोई महत्व/फल नहीं होता है । पर श्री धवला जी/तत्वार्थसूत्र की टीका/आ. श्री विद्यासागर जी ने अकेला
टोकना
जब भी किसी को टोकना पड़े तो कषाय होगी ही, पहली बार संज्वलन हो सकती है पर बहस बढ़ने से प्रत्याख्यानादि और बहस बढ़कर चौथे
महावीर जयंती
आज के शुभदिवस पर महावीर भगवान के मुख्य सिद्धान्तों को याद करें … 1) अहिंसा…जीओ और जीने दो 2) अपरिग्रह 3) अनेकांत 4) आत्म-स्वतंत्रता
मिथ्यात्व के 5 भेद
मिथ्यात्व के 5 भेद ग्रहीत तथा अग्रहीत दोनों में घटित होते हैं । मुनि श्री सुधासागर जी
नासमझी
यदि आपके पास 86400 रु. हों और उनमें से 10 रुपये खो जायें तो क्या आप बाकी रुपयों को फेंक दोगे ? फिर 10 सैकिंड
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