Month: May 2021
वेदनीय की स्थिति
असाता की उत्कृष्ट स्थिति 30 कोडाकोडी सागर, साता की 15 । पर असाता के संक्रमण की अपेक्षा, साता की 30 कोडाकोडी सागर भी हो सकती
गुरु
शिथलाचारी साधु भी हमसे तो अच्छे हैं । हम अपने माता-पिता के भी तो पैर छूते हैं ! माता-पिता को उनके स्वरूप के अनुसार पैर
स्वर्ग से स्वर्ग
स्वर्ग में पुण्य ख़र्च कर लेते हैं; इसलिये स्वर्ग से पुनः स्वर्ग नहीं जाते। प्रश्न – मुनि बनकर मोक्ष जाने के पुण्य कैसे बच जाते
प्रभु पतित पावन
प्रभु! पतित से पावन बने हो; इसलिये पतितों को पावन करते हो! (“पतित-पावन” विशेषण सिर्फ भगवान के लिये लगाया जा सकता है) आपका भूत मेरे
सावधानी
वक़्त-वक़्त पर* उन्हें न भूलें… 1) जिनसे बचना है 2) जिनसे संरक्षण होता है 3) जो हमारी प्रगति में बाधक हैं * वक़्त-वक़्त पर –
उपगूहन / स्थितिकरण
क्या ये दोनों एक साथ हो सकते हैं ? बेटे ने चोरी की, पड़ौसी ने शिकायत की, पिता ने स्वीकारा नहीं – उपगूहन । घर
दौड़-धूप
दौड़-धूप, यानि धूप में दौड़ना । धूप होती है सीमेंट के जंगलों में । गांवों में सुकून है, वहाँ किसान संग्रह के पीछे नहीं भागता,
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