Day: July 12, 2022
अर्हद्भक्ति
July 12, 2022
अर्हद्भक्ति यानि अरहंत-भक्ति। स्तुतियाँ करना/रचना करना, अर्हद्भक्ति है। रत्नकरंड श्रावकाचार आदि कुछ ग्रंथों को छोड़ कर बाकी सब भक्ति-परक ग्रंथों की ही रचना की है,
गृहस्थ / साधु
July 12, 2022
तकलीफें बहुत, सो रहना नहीं; इस युग में मंज़िल (मोक्ष) मिलना नहीं। आचार्य श्री विद्यासागर जी – “अब और नहीं, छोर चाहता हूँ। घोर नहीं,
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