Month: August 2022
गति / सुरक्षा
वाहन को गति और सुरक्षा ब्रेक से होती है। जीवन की गाड़ी के लिये संयम से।
उत्तम क्षमा
जो जितना सामर्थ्यवान होगा वह उतना क्षमावान भी होगा। जो जितना क्रोध करेगा वह उतना ही कमजोर होगा। कागज़ की किश्ती कुछ देर लहरों से
धर्म-ध्यान
इसके 4 भेद और भी होते हैं (आज्ञा-विचयादि के अलावा) , पिंडस्थादि (पार्थिवी, आग्नेय, मारुती, वारुणी >>>तत्वरुपवती) मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
दसलक्षण / पर्यूषण
दसलक्षण…. दिगम्बर परम्परा में 10 दिनों का, क्षमादि सहित। पर्यूषण…. श्वेताम्बर परम्परा में 8 दिनों का, क्षमादि नहीं। मुनि श्री सुधासागर जी
जघन्य अवगाहना
चौथे काल में जघन्य अवगाहना 7 हाथ या साढ़े तीन हाथ ? जघन्य अवगाहना तो 7 हाथ ही पर साढ़े तीन हाथ 8 वर्ष की
वेग
बरसात आने से पहले बादलों के टुकड़े आ जाते हैं, बिजलियाँ कड़काते हैं, पर पानी नहीं बरसा पाते। उनमें वेग तो होता है, उपयोगता/सघनता नहीं।
गर्म पानी
पेट सम्मूर्च्छन जीवों की उत्पत्ति का स्थान है, पेट को इन दोषों से रहित रखने के लिये व्रतियों को गर्म पानी पीने को कहा है।
दान
सीखे कहाँ नबाब जू , ऐसी देनी देन; ज्यों ज्यों कर ऊँचौ कियो, त्यों त्यों नीचे नैन ? रहीम खान खाना… देनहार कोई और है,
मोक्षमार्ग की साधना
मोक्षमार्ग की साधना 4 प्रत्ययों से पूर्ण होती है – 1. अज्ञान निवृत्ति 2. पाप-विषय त्याग 3. आदान (व्रत ग्रहण) 4. उपेक्षा (विकल्पों की शून्यता)
अपने
अपनी मुश्किलों को, अपनों के बीच रख दीजिए ! कुछ मुश्किलें कम होंगी और… कुछ अपने !* (अरविंद) * संसार का असली रूप पता लग
Recent Comments