Day: November 16, 2022
जीव/पुद्गल विपाकी
November 16, 2022
जीव विपाकी, फल जीव को; पुद्गल विपाकी शरीर/ नामकर्म को। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
समझदार
November 16, 2022
समझदार वह, जिसकी आँखें सामने वालों की बंद होती आँखें देखकर खुल जायें। मुनि श्री विशालसागर जी
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