Day: December 5, 2022
विनय
December 5, 2022
प्राय: विनय को तप नहीं स्वीकारते, जबकि यह अभ्यंतर – तप में आता है। विनय के बिना सब व्यर्थ है। इससे असाध्य कार्य भी सिद्ध
मन
December 5, 2022
आचार्य श्री विद्यासागर जी – “अपना मन, अपने विषय में क्यों न सोचता” कैसी बिडम्बना है ! जो मन अपने सबसे करीब है, उसके बारे
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