Day: February 4, 2023
करण
February 4, 2023
करण यानि परिणाम/ भाव, पर व्यवहार में “करण-परिणाम” का प्रयोग 6 बार होता है → 1. प्रथमोपशम 2. क्षयोपशम सम्यग्दर्शन 3. विसंयोजना 4. द्वितीयोपशम 5.
मनुष्य / पशु
February 4, 2023
पशु के भय, आहार, मैथुन प्रकट होते हैं यानि कहीं भी/ कभी भी। विडम्बना यह है कि मनुष्य भी आज यही कर रहा है। उन्हीं
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