Month: February 2023
वैयावृत्ति
इससे सम्यग्दर्शन प्रौढ़ तथा स्थितिकरण, उपगूहन व वात्सल्य पुष्ट होते हैं। वैयावृत्ति तीन प्रकार की → मानसिक, वाचनिक एवं शारीरिक हैं। मधुर वचनों से की
विवेकपूर्ण दया
एक छोटी बच्ची रो रही थी। लेखक के कारण पूछने पर पता लगा कि उसकी गुड़िया खो गयी है। लेखक ने दूसरी गुड़िया खरीद कर
द्रव्य/भावेंद्रिय
द्रव्य इंद्रियों की रचना आत्मा के प्रदेशों से। भावेंद्रिय लब्धि* और उपयोग** रूप में॥ क्षयोपशम से भावेंद्रिय → द्रवेंद्रिय → ज्ञान/ उपयोग। *(ज्ञानावरण कर्म का
आसान जीवन
जीवन को आसान बनाने वाली तीन बातें, जो हम बच्चों से सीख सकते हैं…. 1) बेवजह ख़ुश रहना, 2) हर वक्त व्यस्त रहना, 3) मनचाही
निषेक
1. कर्म-बंध पर निषेक रचना हो जाती है/ निश्चित हो जाती है, कर्म स्थितियों के अनुसार व्यवस्थित हो जाते हैं। 2. उदय में आते समय
Stop / Continuity
A small dot can stop a big sentence. But a few more dots can give a continuity. Amazing but true ! Every ending can be
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