Day: March 31, 2023
श्रावक / श्रमण
March 31, 2023
श्रावक चाहे क्षायिक-सम्यग्दृष्टि हो, तीर्थंकर प्रकृति का बंध कर चुका हो या विद्याएँ सिद्ध कर चुका हो; और भले ही उस श्रमण के पास, जिसको
क्रिया
March 31, 2023
क्रिया = जल छानना। अर्थ-क्रिया = जीवों की रक्षा के भाव से, जल छानना। निर्यापक मुनि श्री वीरसागर जी
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