Month: March 2023
निगोदिया
पर्याप्तकों तथा अपर्याप्तकों की प्रक्रिया अलग-अलग होती है। काय-स्थिति → निगोद में ही लगातार जन्म मरण… उत्कृष्ट → असंख्यात सागरोपम कोड़ा-कोड़ी सागर जैसे जलेबी का
Life
Life is full of ‘Give’ and ‘Take’. Give ‘Thanks’ and take ‘Nothing for Granted’. (J.L.Jain)
भेद विज्ञान
भेद करना बुरा/ अज्ञान है, विवेक पूर्वक भेद करना → भेद विज्ञान है, अच्छा है, ज्ञान पूर्वक होता है। भेद विज्ञान → 1. प्रथमानुयोग उदाहरण
मंदिर का महत्व
नित्य मंदिर के दर्शन क्यों ? 1. नित्य स्कूल जाते हैं पढ़ने के लिये, मंदिर जाते हैं अपने को गढ़ने के लिये। 2. जैसे प्रियजन
सूतक
प्रतिमाधारी भी घर में किसी का मरण होने पर/ दाहसंस्कार करके लौटने पर, पहले से घर वालों द्वारा बना हुआ/ रखा हुआ भोजन भी नहा
भक्त / भगवान
भक्त दीपक, भगवान सूरज; भक्त भगवान को दीपक कैसे दिखा सकता है ? दीपक दिखाने की तो उपयोगता नहीं है, पर दीपक से भगवान की
अनंत गुणे
(1) अतीत काल से अनागत काल अनंत गुणा। (2) एक निगोद शरीर में सिद्धों से अनंत गुणे जीव। अनंत काल के बाद अनंत सिद्ध और
अतृत्प
गुरुवर मुनि श्री क्षमा सागर जी का समाधि दिवस। इस दिवस को “क्षमा दिवस” के रूप में मनायें।
दस धर्म
क्षमा, मार्दव, आर्जव – भाव हैं, क्योंकि उनमें कुछ त्याग नहीं करना। सत्य, शौच, संयम, तप, त्याग – उपाय हैं, इनमें त्याग करना है। तब
हलका होना
पहाड़ पर चढ़ते समय गुरु ने शिष्य के सिर पर वज़न रख कर दिया। शिष्य को परेशानी हो रही थी, तब गुरु ने वज़न हटवा
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