Month: May 2023
सम्यग्दर्शन
रत्नकरण्ड श्रावकाचार…. सच्चे देव, गुरु, शास्त्र पर श्रद्धा। तत्त्वार्थ सूत्र आदि…. तत्त्वों पर श्रद्धा। 7 तत्व में देव, गुरु, शास्त्र समाहित हैं…. अरहंत/ सिद्ध मोक्ष
परोपकार
गरीब शिक्षक दूर स्कूल पैदल जाता था। कभी कोई अपने वाहन में बैठा लेता। कुछ दिनों बाद उसने मोटर साइकिल खरीद ली। अब वह सबको
एकत्व
‘पर’ की अस्वीकृति और स्वयं की स्वीकृति ही एकत्व की स्वीकृति है। मुनि श्री प्रमाणसागर जी
ज़मीर
शतरंज के खेल में वज़ीर को बचाने का अधिकतम पुरुषार्थ किया जाता है, जिसने बचा लिया वो खेल जीत गया। जीवन के खेल में ज़मीर
सत्य वचन
10 प्रकार – 1. जनपद 2. सम्मति 3. स्थापना 4. नाम 5. रूप – जो दिख रहा है 6. प्रतीत्य – लम्बा/बड़ा 7. व्यवहार –
दुःख
दुःख में ज्यादा दुखी होंगे तो दु:ख ज्यादा होंगे। दुःख में कम दुखी होगे तो दु:ख कम होंगे। जैसे शरीर पर से साँप निकलना दुःख
शुभ नामकर्म
तपस्वी मुनियों को आहार देने से उच्च कुल मिलता है। भक्ति से सुंदरता। पूजा/स्तवन से कीर्ति। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
भक्ति
मेरा तो क्या है ! मैं तो पहले से हारा, तुझ से ही पूछेगा यह संसार सारा… डूब गयी क्यों नैया तेरे रहते खेवनहार !!
ज्ञान / चरित्र
दीपक कमरे को प्रकाशित कर सकता है पर ताप नहीं दे सकता, उसके लिये तो अग्नि प्रज्वलित करनी होगी। सम्यग्दर्शन/ सम्यग्ज्ञान से कर्म जलेंगे नहीं,
स्वानुभूति
जीवन में समानभूति के बिना स्वानुभूति नहीं आ सकती है। मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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