Month: August 2023

ज्ञानेंद्रिय

इंद्रियों का उपयोग ज्ञान की अपेक्षा से, इसलिये इंद्रियों को ज्ञानेंद्रिय कहा है। अन्य मतों में 5 इंद्रियों की जगह 10 इंद्रियाँ मानी हैं। 5

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मंदिरों में सोना चांदी

मंदिरों में सोना चांदी के उपकरण Avoid करना चाहिये। इनसे चोरी की संभावना से ज्यादा महत्वपूर्ण है,  भगवान की मूर्ति की अविनय। निर्यापक मुनि श्री

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मोक्ष

मोक्ष शब्द “मच्” धातु से बना है, जिसका अर्थ होता है – “मुक्ति”। दूसरे शब्दों में कल्पना ही बंधन है, उससे छूटना मोक्ष। शान्तिपथ प्रदर्शक

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अविनय शब्द

भूलकर भी देव, शास्त्र, गुरु के प्रति अविनय शब्द न निकल जाऐं। क्षु. श्री जिनेंद्र वर्णी जी  (बिना मन से बोलने पर भी गलत वचन

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नियम की बाध्यता

श्री लाजपतराय जैन थे। एक गुरु ने उनको कुछ नियम लेने को कहा। उनके मना करने पर समाज वालों ने बहुत आलोचना की। परेशान होकर

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क्या सम्मान पैसे का ?

देखने में आता है कि पैसे वालों का ही सम्मान होता है, क्या उससे गरीबों का अपमान नहीं होता ? सम्मान पैसे वालों का नहीं

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रत्नत्रय

अमृतधारा में कपूर, अजवाइन का फूल तथा पिपरमेण्ट बराबर मात्रा में मिलाया जाता है। रत्नत्रय में सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान तथा सम्यकचारित्र का महत्व भी बराबर होता

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मतिज्ञान

पर्याय प्रति समय परिवर्तित होती रहती है। जब एक ही वस्तु को दुबारा देखते हैं तो वस्तु बदल चुकी होती है। सो ज्ञान हर बार

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वर्तमान में जीना

भूत में जीओगे तो अटक जाओगे। भविष्य में भटक जाओगे। वर्तमान में नित नया वर्तमान आयेगा। बोर नहीं होगे, नित नया उत्साह आयेगा। निर्यापक मुनि

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मंगल आशीष

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August 6, 2023