Day: January 5, 2024

सम्यक्चारित्र

सम्यक्चारित्र का मतलब संसार के कारणभूत बाह्य और अंतरग क्रियाओं से निवृत्त होना है। अतः सम्यक्चारित्र तभी संभव होगा जब सम्यग्दर्शन और सम्यग्ज्ञान का implementation

Read More »

रसमय जीवन

🌹🌹🌷🌹🌹🌷🌹🌹 गन्ने में जहाँ गाँठ होती हैं, वहाँ रस नहीं होता…! जहाँ रस होता हैं, वहाँ गाँठ नहीं होती…! बस जीवन भी ऐसा ही है,

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

January 5, 2024