Day: September 18, 2024
क्षमावाणी
September 18, 2024
अगर पर्युषण पर्व पर इस कविता को यथार्थ में समझ लिया जाये तो ये पर्व मनाना निस्संदेह सफल हो जायेगा:— मैं रूठा, तुम भी रूठ
पाप
September 18, 2024
पाप तो बुरा ही है → निश्चय से, सापेक्षत: भी बुरा है → व्यवहार से। चिंतन
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