Month: November 2024
अनंतता
अनंत तो बहुत स्थानों पर प्रयोग होता है पर उनमें भी छोटा-बड़ा घटित होता है। जैसे जीव अनंत, पर पुद्गल अनंतानंत, काल उससे भी बड़ा
वचन
ऐसे सचित्त* शब्दों को मत बोलो जिससे दूसरे का चित्त उखड़ जाये। आचार्य श्री विद्यासागर जी *कीड़ों सहित (जहरीले)।
धर्म / धन
कठिन क्या है धर्म करना या धन कमाना ? प्राय: उत्तर मिलता है… धर्म करना कठिन है। पर कभी सोचा ! धन कमाने में कितना
सम्यग्दर्शन
छह द्रव्यों पर श्रद्धा से सम्यग्दर्शन कैसे ? 6 द्रव्यों में अरूपी भी, उस पर श्रद्धा यानी केवलज्ञान/ ज्ञानी पर श्रद्धा। मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
गुरु
जिसने अपना ग़ुरूर छोड़ दिया हो, वह गुरु है। आचार्य श्री विद्यासागर जी
वर्तना
परिणमन को बनाये रखने की स्थिति वर्तना है। परिणमन को समय सापेक्ष देखेंगे तो व्यवहार हो जायेगा, यदि सिर्फ़ परिणमन तो वर्तना/ निश्चय काल का
हार / जीत
ब्रह्म समाज के संस्थापक श्री रामकृष्ण परमहंस से चिढ़ते थे। एक दिन बोले –> मैं तुम्हें हराने आया हूँ। श्री रामकृष्ण लेटकर बोले –> लो
परिणाम
परिणाम दो प्रकार के –> अनादि परिणाम → अनादि से उसी रूप चल रहे हैं जैसे सुमेरु पर्वत। ये पकड़ में नहीं आते। सादि परिणाम
महावीर भगवान
महावीर भगवान के निर्वाण दिवस की बधाई। ……………………. इंद्रिय नियंत्रण… राजसिक/ तामसिक भोजन से अपना व सामने वालों का भी नुकसान होता है। स्वयं का
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