यह कथन बिलकुल सत्य है कि, “वज़ूद तो हर किसी का होता है, चाहे वह व्यक्ति हो, वनस्पति हो या वह पशु पक्षी हो लेकिन, यह स्थायी नहीं रहता है”।सिर्फ़ आत्मा का स्वरूप रहता है,चाहे वह किसी भी रूप में हो। Reply
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Tinka, Hawa ka “rookh” kaise batata hai?
हवा के साथ तिनका उड़ेगा, तो तिनके के उड़ने की दिशा/हवा के बहने की दिशा, भी दिखेगी न !
यह कथन बिलकुल सत्य है कि, “वज़ूद तो हर किसी का होता है, चाहे वह व्यक्ति हो, वनस्पति हो या वह पशु पक्षी हो लेकिन, यह स्थायी नहीं रहता है”।सिर्फ़ आत्मा का स्वरूप रहता है,चाहे वह किसी भी रूप में हो।
Okay.