जो Best पुरुषार्थ के बाद शेष रह जाये, वह नियति है ।
चिंतन
Share this on...
One Response
यह कथन, बिलकुल सत्य है…
जीवन में, जो भी पुरुषार्थ करते हैं, अच्छे या बुरे, इन दोनों को जोड़ने व घटाने पर, जो शेष रहते हैं, वही net कर्म हैं । इन्हीं कर्मों का फल मिलेगा; वही नियति कहलायी जायेगी ।
One Response
यह कथन, बिलकुल सत्य है…
जीवन में, जो भी पुरुषार्थ करते हैं, अच्छे या बुरे, इन दोनों को जोड़ने व घटाने पर, जो शेष रहते हैं, वही net कर्म हैं । इन्हीं कर्मों का फल मिलेगा; वही नियति कहलायी जायेगी ।