अनंत गुणे
(1) अतीत काल से अनागत काल अनंत गुणा।
(2) एक निगोद शरीर में सिद्धों से अनंत गुणे जीव। अनंत काल के बाद अनंत सिद्ध और हो जायेंगे, तब भी निगोद जीव उन सिद्ध से अनंत गुणे ही रहेंगे क्योंकि यह शाश्वत सिद्धांत है।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (जीवकांड़ – गाथा – 196)
3 Responses
‘अनागत काल’ ka kya meaning hai, please ?
अनागत = भविष्य
Okay.