Category: Story
खुशियाँ
एक बूढ़ी अम्मा की सुई, सिलाई करते हुये अंधेरे कमरे में कहीं खो गयी । वह बाहर Street Light में जाकर सुई ढ़ूंढ़ने लगी ।
सत्संग
एक आदमी सत्संग से हमेशा दूर भागता था, गुरू को आगे आगे के समय देता रहता था । एक दिन वह मर गया, गुरु शमशान
परनिंदा
एक राजा ने दो विद्वानों की खूब तारीफ़ सुनी। उसने दोनौं को अपने महल में बुलाया । एक विद्वान जब नहाने गया तो राजा ने
गुरूजन
एक चोर को सेठ ने रात को चोरी करते हुये देख लिया । अगले दिन एक दावत में सेठ पंगत में बैठा, पास में ही
ज्ञाता-द्रष्टा
एक किसान रोजाना अपनी पत्नी को पीटता था, गुरू ने कहा – ज्ञाताद्रष्टा बन जाओ, इस तरकीब से किसान पत्नी को पीट नहीं पाता था
ब्रम्ह्चर्य
पर के पास जितना जाओगे, आत्मा से उतने ही दूर हो जाओगे । शुक देव को 20 साल की अवस्था में वैराग्य हो गया ओर
होशियार
एक दिन अकबर ने बीरबल से कहा की तुम इतने होशियार हो तो तुम्हारे पिता कितने होंगे, कल उन्हें दरबार में लेकर आओ । पिता
कर्मों का स्वभाव
जब मेघनाथ गर्भ में थे, तब रावण ने ज्योतिषी से पूछा – यह बच्चा मृत्यु पर विजयी कैसे होगा ? ज्योतिषी ने कहा – जब
दुःख
एक दुःखी आदमी देवता के पास जाकर बहुत दुःखी हुआ, उसकी शिकायत थी कि इस दुनिया में सबसे ज्यादा दुःख मुझे ही क्यों मिले हैं
रूप का प्रभाव
सीता को रिझाने के लिये रावण के सारे प्रयास असफल होने पर मंत्रियों ने सलाह दी – आपको तो बहुरूपणी विद्या आती है, आप राम
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