सबसे पहले मुनि श्री क्षमासागर महाराज को नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु करते हुए विनयाजंली कर रहा हूं। महाराज ने सभी द्वार बन्द करके मोक्ष माग॓ पर चलने का प़यास किया गया था। उन्होंने सभी द्वार छोड़कर अपनी आत्मा की ओर प़वेश किया था। जिसका फल अवश्य मिलेगा। यही जैन धर्म का सिद्धांत है।
4 Responses
Can its meaning be explained please?
सब दरवाजे = सांसारिक बंधन ।
आध्यात्म में इसे पहला कदम कहते हैं ।
सबसे पहले मुनि श्री क्षमासागर महाराज को नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु करते हुए विनयाजंली कर रहा हूं। महाराज ने सभी द्वार बन्द करके मोक्ष माग॓ पर चलने का प़यास किया गया था। उन्होंने सभी द्वार छोड़कर अपनी आत्मा की ओर प़वेश किया था। जिसका फल अवश्य मिलेगा। यही जैन धर्म का सिद्धांत है।
Okay.