Tag: संगति
संगति
मोम ताप के Source से दूर होने पर भी पिघलने लगता है, लाख पास आने पर, सोना चमकता है, मिट्टी पक जाती है ।
सम्पर्क / संबंध / संगति
सम्पर्क = तेल-पानी, संबंध = दूध-पानी, संगति = आग-पानी या पानी-सोड़ियम ।
संगति
चलो बहाव में नदियों के, ताकि वे मंज़िल तक पहुँचा दें; लेकिन बहक न जाना बहाव में, इन हवाओं के, कि वे अपने लक्ष्य से
संगति
जैसे संगति और संयम शब्दों में एकरूपता दिखती है, ऐसे ही संयम निभाने में भी संगति का बहुत महत्त्वपूर्ण योगदान है।
संगति
कभी कभी धागे बड़े कमज़ोर चुन लेते हैं, हम ! और फिर पूरी उम्र, गाँठ बाँधने में ही निकल जाती है !! (सुरेश)
संगति
चंदन के पेड़ पर यदि नीम का पेड़ उग आये तो उसमें भी सुगंधि आ जाती है, पर उससे लिपटे साँप ज़हर ही उगलते हैं
संगति
लुहार अग्नि जलाने पर उसे नमन करता है, पर उसी अग्नि को लोहे की संगति लेने पर पीटता है ।
संगति
गंदी दीवार पर पीठ रगड़ोगे तो दीवार तो साफ नहीं होगी पर तुम जरूर गंदे हो जाओगे । श्री कैलाश
संगति
झुर्रीदार किशमिश लगातार पानी के सम्पर्क में रहने से फूलकर गोलमटोल हो जाती है तथा ऊपर उठ कर पानी की सतह पर तैरने लगती है
Recent Comments