Tag: Favourite

कर्म-सिद्धांत

नास्तिक को भी जब पुलिस पकड़ती है तो वह भी यही पूछता है – मैंने क्या किया ? वह भी मानता है – कुछ करने

Read More »

आसत्ति

जो सिर्फ़ आ सकती है, पर आकर जा नहीं सकती । “Attached” से समस्या नहीं है,  “Attachment” से समस्या है । मुनि श्री तरुणसागर जी

Read More »

नेत्रदान

अपने सुकर्मों का फल देखना चाहते हो तो नेत्रदान करें । (सोमेश)

Read More »

Forgiveness & Unity

No matter how many times the teeth bites the tongue, they still stay together in one mouth. That is the spirit of FORGIVENESS. Even though

Read More »

आज़माइश

एक शैतान ने एक बुज़ुर्ग से कहा तुम्हें ईश्वर पर बहुत विश्वास है ? तो एक काम करो, एक ऊँचे पहाड़ से छलांग लगा कर

Read More »

God

A boy asked his Dad, “Dad, how big is God?” Looking up at the sky his father saw an aeroplane and asked his son, “How

Read More »

भला / बुरा

भला बने रहकर किसी का बुरा होते देखने से बेहतर है, बुरा बनकर भला करने का प्रयास करना । चिंतन

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives

February 26, 2017

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930