अनुपात
जीवन/संगीत/पूजा सब में उचित अनुपात बहुत जरूरी है, तभी आनंद आयेगा, क्रिया कार्यकारी होगी । अनुपात बिगड़ा, आपात स्थिति आती है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
जीवन/संगीत/पूजा सब में उचित अनुपात बहुत जरूरी है, तभी आनंद आयेगा, क्रिया कार्यकारी होगी । अनुपात बिगड़ा, आपात स्थिति आती है ।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
यह कथन बिलकुल सत्य है – – –
हर क़ियायों को अनुपात में करना पडता है। चाहे वह धार्मिक कार्य हो अथवा घर के काम हों, सभी को अनुपात में ही करना होता है। दूध में शक्कर या सब्जी में नमक हो सभी में अनुपात ही रखना पड़ता है। दैनिक कार्यों में भी अनुपात का ध्यान रखना पड़ता है।