अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी
अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी का मतलब यह नहीं कि हर समय ज्ञान पाने में लगे रहें। ज्ञान को नायक कहा है। नायक सही दिशा में ले जाता है।
ज्ञान की सही दिशा है सम्यग्दर्शन तथा सम्यक् चारित्र। जो इन तीनों में लगा रहता है वह होता है -अभीक्षण-ज्ञानोपयोगी।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी (तिथ्य भा.- गाथा- 28)
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मुनि श्री प़णम्यसागर महाराज जी ने अभीक्षण ज्ञानोपयोगी को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।